Agarbatti - बांस को जलाने से वंश वृद्धि बाधित, अस्थमा, कैंसर, सरदर्द एवं खांसी संभावित और ईश्वर भी अप्रसन्न
सनातन संस्कृति मे कोई भी नियम अथवा कर्म कपोल कल्पना पर आधारित नहीं है, सब कुछ प्रकृतिक संरक्षण के नियमो और विज्ञानपरत तथ्यो के अधीन ही होता है। सनातन संस्कृति मे पूजन पाठ की अनगिनत ...
एक घास जिसमें नीबू का मज़ा, पर है शरीर की दवा
भारत में वनस्पतियों और औषधियों का अकूत भण्डार भरा हुआ है। अनादि काल से सनातनी संस्कृति में हर वनस्पति और औषधि का उपयोग चिकित्सा व अन्य उपायों के लिये किया जा रहा है - चाहे ...
भूख मिटाने वाला गेहूँ उपचार भी करता है
संसारिक जगत में कोई भी जीव बिना भोज्य द्रव्य के जीवित ही नहीं रह सकता है। कुछ जीव कम खाते हैं, कुछ जीव ज्यादा और कुछ जीव आवश्यकतानुसार खाते हैं, लेकिन भोजन की अवश्यकता हर ...
उपवास जीवन रक्षक और सौंदर्य व जैविक शक्ति वर्धक है
प्रत्येक जीव-जन्तु का प्राकृतिक परिवर्तनों के साथ ही प्रतिक्रिया करने का अपना तरीका है। - जैसे भालू ,बंदर, शेर बकरी और गिलहरी इत्यादि जानवर भी उपवास प्रक्रिया से गुजरते हैं। नई जलवायु या नई स्थिति ...
विकासशील बच्चों के लिए टॉनिक है पपीता और भूख, शक्ति और वीर्य बढ़ाता है।
पपीता लाखों गुण से युक्त स्वास्थ एवम सौंदर्यदायी फल हैं। जो मनुष्य को स्वस्थ ही नहीं बल्कि शारीरिक रूप से बलशाली भी बनाता है। पपीता सब्जी और फल दोनों है, जिसका उपयोग कच्चे और पके दोनों ...
हर बात के मूल में तथ्य है, तो मूली में भी कोई बात होगी ही
प्राकृतिक औषधि, यानी ऐसे पेड़-पौधों का प्रयोग शरीर को निरोगी रखने में किया जा रहा है। प्रकृति हमारे जीवन का एक अहम् हिस्सा है। अतः प्राकृतिक वस्तुएं किसी न किसी प्रकार से हमारे शरीर के ...
लाख दुखों की एक दवा है गिलोय
सनातन प्रकृति का विशेष महत्व है। जितनी बार भी इसे देखा, समझा और परीक्षण किया गया है, तो हर बार प्रकृति से सम्बद्ध जल-वायु-भूमि-आकाश और अग्नि आदि खगोलीय एवं ब्रम्हाण्डीय सभी तत्वों का मनुष्य के ...
Curry Leaves पौधा ही नहीं औषधि भी है मीठी नीम
मीठी नीम या करी पत्ता का उपयोग प्रायः व्यजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। रसोई में अन्य मसालों और सब्जियों के साथ मीठी नीम भी अपना अलग ही महत्व रखता है। करी ...
Muli - सलाद का राजा मूली भी एक दवा है।
सनातनी संस्कृति अंतरिक्षीय, ब्रह्माण्डिय और प्राकृतिक तत्वो पर अध्ययन कर जीवन के सूत्रो मे पिरोया हुआ अनुसंधानीय संस्कार है, जिसमे प्रकृति जीवन का एक अहम् हिस्सा है। प्राकृतिक औषधि, यानी ऐसे पेड़-पौधों का प्रयोग शरीर ...
Gobhi (Brassica) - iगोभी की हरियाली, दे जीवन मे खुशहाली.... सब्जी नहीं औषधि है ब्रोकली..
भारत में यूं तो सब्जियों की भरमार है, जिसमे कोई कमी नहीं है, बारह मासी सब्जियों के साथ साथ प्रत्येक ऋतु के हिसाब से भी सब्जियाँ मिल जाती है, ऐसे ही शिशिर ऋतु मे बहुतायत ...
Rice - चावल पोषण और सौंदर्य तो देता है, गर्भ निरोधक दवा भी है।
चावल हमारे भोजन में विशेष अनाज के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। चावल के विभिन्न रूप पूरे वर्ष भर हम विभिन्न पकवानों में व भोजन को सुस्वादु बनाने में इस्तेमाल करते हैं। चावल धान ...
Tulsi - संजीवनी के समान है तुलसी
सनातन संस्कृति में प्रकृति को पूजनीय माना गया है। आदिम युग से सभ्य मनुष्य में बदलने की यात्रा के दौरान प्रकृति ने मनुष्य की बहुत सहायता की और उसने प्रकृति से बहुत सीखा भी। भारत ...
Sanskrit - संस्कृत भाषा चिकित्सक है - हकलाने या अस्पष्ट बोलने वालों के लिए
संस्कृत प्राचीनतम भाषा है, परंतु लोकप्रिय नहीं है। जब संस्कृत भाषा की लोकप्रियता पर विचार किया जाय, तो विदित होता है कि संस्कृत भाषा व्यवहार में कम प्रचलित होने के कारण जन समान्य में लोकप्रिय ...
Tilak (Bindi) - तिलक अथवा बिंदी अच्छी नींद दिलाता है और मन को शांत, शरीर को निरोगी भी करता है।
मर्म चिकित्सा एवं चिकित्सीय वैज्ञानिक शोधो के अनुसार सिर की तंत्रिकाओं और रक्त वाहिकाओं के ज्यादा अभिसरण से मानसिक उत्तेजना बढ़ती है, जिससे मस्तिष्क की मांसपेशीओ पर तनाव पड़ने से ही सिरदर्द की बीमारी प्रकाशित ...
Tilak (Bindi) - सुंदरता के साथ ही बिंदी या तिलक यौवन बढ़ाता है।
आज्ञा चक्र (माथे के मध्य ललाट) पर सुपराट्रोचीलर मांसपेशी होती है, जिसका अर्थ है कि इस बिंदु पर दबाव डालने से त्वचा चमकदार और कोमल होगी और चेहरे की मांशपेशियों में रक्त का प्रवाह बढ़ता ...
Karwa Chauth - सृजनशीलता से युक्त औषधीय गुणों से भरपूर करवाचौथ का महाप्रतापी व्रत पर्व
करवाचौथ व्रत पर्व का नाम आते ही सभी सनातनी सौभाग्यवती स्त्रियाँ हर्षित और रोमांचित हो उठती हैं, क्योकि एक विवाहित स्त्री के लिए यह व्रत पर्व उनके सौभाग्य का प्रतीक है और यह पर्व सभी ...
Sindur - चर्म रोगो से बचाता है सिंदूर की उत्पत्ति का ज्ञान।
सिन्दूर (कमीला फली) एक विशेष प्रकार का लाल रंग का चूर्ण है, जिसे सनातनी वैवाहिता स्त्रीयाँ अपनी माँग में भरती हैं। सिन्दूर की उत्पत्ति तीन प्रकार से होती है:- (1) प्रकृतिक सिन्दूर (2) रासायनिक सिंदूर (3) घरेलू प्रयोग से ...
Rudraksha - रुद्राक्ष का संबंध आस्था से ही नहीं यह है दिव्य औषधि
रुद्राक्ष को धारण कर अलग-अलग रोग और व्याधियों में लाभ प्राप्त किया जा सकता है। जिसका ज्ञान मात्र ही रोग व्याधियों से मुक्ति तो दिलाता ही है साथ ही उन्हें समाप्त भी करने की क्षमता ...
Tilak (Bindi) - मानसिक व शारीरिक व्याधियों में औषधि स्वरूप है बिंदी/ तिलक
तिलक अथवा बिंदी से मस्तिष्क जागृत एवं मन एकाग्र होता है - आज्ञा चक्र पर मस्तिष्क हमेशा जागृत अवस्था में रहता है।आज्ञा चक्र के सक्रिय रहने पर मनुष्य जो आंखों से नहीं देख सकता है, ...
Sindur - जानिए कमिला फली (सिंदूर), सौभाग्य प्रतीक परम्परा क्यों है।
प्राचीन काल से ही सनातनी संस्कृति में सिन्दूर का महत्व रहा है। यह प्रथा शिव पार्वती जी के विवाहोपरांत से प्रचलन में है। कुछ ग्रंथो एवं विशेषज्ञों द्वारा सिन्दूर को 5000 वर्ष पूर्व से ही ...
Cancer - कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाता है उपवास
व्रत या उपवास के दिवस सात्विक एवं सुपाच्य आहार ही ग्रहण किया जाता है मानव शरीर मौसम की संधि या ऋतु परिवर्तन को जल्द स्वीकार नहीं कर पाता है। यह तथ्य सर्व विदित है। इस परिवर्तन ...