देवी-देवताओं और उनके वर्गीकृत स्वभाव और प्रकृति के अनुसार व्याख्या! पवित्रता, विविधता और चमत्कारों की भूमि भारत, वैदिक संस्कृति का भण्डार है, जिसे संक्षेप में बता पाना बहुत कठिन है, लेकिन प्राचीन संस्कृति की गहराई में ...
सनातनी सोलह संस्कारों का वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व सनातन ऋषि-मुनियों के अविष्कृत संस्कार केवल धार्मिक संस्कृति ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से विशेष महत्व रखते हैं। तभी यह सभी संस्कार मानव जीवन को पवित्र एवं मर्यादित बनाने ...
गणपति गणनायक गणेश जी - बुद्धि के देवता एवं सभी देवताओं में प्रथम देवता। अनादि काल से ही गणपति गणनायक गणेश जी को बुद्धि के देवता एवं सभी देवताओं में प्रथम देवता के रूप में सर्वोपरि ...
श्री हरी विष्णु की कृपा पाने का सांकेतिक रूप में सर्वाधिक सरल मार्ग गजेंद्र मोक्ष पाठ को बताया गया है। गजेंद्र मोक्ष पाठ द्वापर युगीन प्रमुख काव्य ग्रंथ महाभारत के उद्योग पर्व का अभिन्न अंग है, ...
प्रत्येक उर्जा पुंज में मैं (ईश्वरीय सत्ता) हूँ और सर्वाधिक प्रभावशाली उर्जा पुंज प्रतीक सूर्य भी मैं ही हूँ! पृथ्वी की उत्पति से पूर्व भी अनेक स्वरूप व अनुसंधान द्वारा अमूल्य ज्ञान का उपहार पौराणिक ऋषि ...
सनातन संस्कृति की परंपराओं में स्वर्णिम क्षण एवं विज्ञान व वैज्ञानिकता के संजीवनी संदेशों से संरक्षित हैं। आधुनिक समय में वैज्ञानिक और तर्क संगत परंपराएं और मान्यताएं को बनाए रखना सभी सनातनियों का साझा दायित्व और वास्तविक ...
प्रसन्नता, समृद्धि और शुभकामनाओं का प्रतीक शगुन, सामाजिक और धार्मिक कल्याण के लिए सनातन संस्कृति में धर्मसम्मत है। शगुन दिए जाने की परम्परा मानवीय सभ्यता के साथ ही विकसित हुए हैं, जिसको पौराणिक व्यवस्था भी कहा ...